Hello friends, पिछले आर्टिकल में बात चल रही थी कि जीवन को सार्थकता आधारित होती है सही सोच पर और सही सोच निर्मित होती है ज्ञान और विवेक के आधार पर और ज्ञान और विवेक विकसित होता है, आधारित होता है जिंदगी में तीन मुख़्य जानकारी के श्रोतों पर | ये तीन श्रोत हैं हम क्या पढ़ते हैं, क्या देखते हैं और क्या सुनते हैं | अपनी जिंदगी में इन तीनों पर निरीक्षण रखना बहुत आवश्यक है |
ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें किताबों ने एक सच्चे दोस्त की भूमिका अदा की है | आज हर किसी को एक ऐसे दोस्त की तलाश होती है जो बिना स्वयं के स्वार्थ के आपको निश्छल सहयोग दे आपकी जिंदगी में , जब भी आप अकेले हों, डगमगाने लगें , दुविधा में हों परन्तु ऐसा निस्वार्थ दोस्त आज की मतलबी दुनिया में मिलना बहुत ही दुष्कर कार्य है | परन्तु किताबों पर आप आँख बंद करके भरोसा कर सकते हैं | पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय A .P .J अब्दुल कलाम के शब्दों में ,
दिखाए हैं सुनहरे स्वप्न,
सपनों से निकले अनगिनत मिशन ,
इन दोस्तों ने नाकामी सहने की हिम्मत मुझे सौंपी,
फ़रिश्ते बन कर दिल को छुआ हलके से,
ये पुस्तकें ,तुम्हारी भी हैं दोस्त,
हमसफ़र इनको समझो मेरे दोस्त।
इसलिए न केवल आप किताबों को सिर्फ अपना सच्चा दोस्त समझें बल्कि ये भी आत्मनिरीक्षण करते रहें कि क्या पढ़ रहे हैं और कब पढ़ रहे हैं | जैसे यदि आप सुबह उठते ही ,आप जिसे भी अपना role modal मानते हैं यदि उनकी बुक का एक पेज भी पढ़ते हैं तो वो निश्चय ही आपको दिन भर कई परिस्थितियों से लड़ने में मार्गदर्शन प्रदान करेगा | और वहीँ यदि आप सुबह उठकर तुरंत अखबार पढ़ते हैं तो हम सभी जानते हैं कि नकारात्मक ेस्थितियाँ ही रोचक न्यूज़ को जन्म देती हैं और वही हमारे सामने ज्यादातर परोसी जातीं हैं spicy डिश के रूप में like कोरोना न्यूज़ ,अभी का सबसे ज्वलंत विषय | और वहीँ आपकी सुबह की इतनी high energy, कम हो जाती है तो आप दिन भर भी कैसे positive बने रह सकते हैं और उसका प्रभाव आपके पूरे दिन के कार्यकलाप पर पड़ता है और आज का प्रभाव कल पर | तो जरा सोचिये आपकी इतनी छोटी सी मॉर्निंग की एक activity कैसे आपके वर्तमान और भविष्य को प्रभावित कर सकती है | इसे मैंने आपको एक story के माध्यम से भी समझाया है वीडियो में क्योंकि ” दृष्टान्त से सिद्धांत का प्रतिपादन होता है |”
यही आत्मनिरीक्षण आपको अपने आस पास के माहौल पर भी रखना है कि आप दिनभर किस तरह के लोगों के साथ रहते हैं ,उन्हें देखते और सुनते हैं या मनोरंजन के नाम पर आप कहीं अपनी नैतिकता का हनन तो नहीं कर रहे हैं | अपने आस पास के माहौल से क्या उचित ग्रहण करना है और क्या ग्राह्य नहीं है ,उसे अपने ज्ञान और विवेक के आधार पर फ़िल्टर अवश्य करना है ताकि व्यर्थ का कूड़ा करकट कहीं हमारे दिमाग में इकट्ठा न हो जाए | इसे भी मैंने वीडियो में बखूबी एक उद्धरण देकर समझाया है |
मैं आशा करती हूँ कि आप अच्छी तरह से समझ पाए होंगे कि आध्यात्म कैसे हमसे अंदर तक जुड़ा हुआ है | जिंदगी आज जवान है , उसके पास शक्ति है, आज उसे समझ कर हसीं बनाने की जिद होनी चाहिए ना कि तब जबकि वो बूढी हो जाए , जर्जर हो जाए| तब समझ भी ली तो गया वक़्त वापस तो आएगा नहीं और जिंदगी को वापस जवान तो बना पायेगा नहीं |
इसलिए आज आधत्यम से जुड़िये , उसे समझिये और उसे अपनाइये | यही वक़्त का भी तकाज़ा है |
Hello friends, in the previous article, there was talk that meaningfulness to life is based on right thinking and right thinking is based on knowledge and wisdom and knowledge and wisdom develops, based on the three main sources of information in life. But These three sources are what we read, what we see and what we hear. It is very important to keep an eye on these three in your life.
There are many examples in which books have played the role of a true friend. Today everyone is looking for a friend who will help you without any selfishness in your life, whenever you are alone, start to waver, are in dilemma, but to find such selfless friend in today’s mean world is very difficult. Work is But you can blindly trust books. In the words of former President A.P .J Abdul Kalam,
Have shown golden dreams,
Countless missions come out of dreams,
These friends handed me the courage to bear failure,
He touched the heart lightly as an angel,
These books are yours too friend
Humsafar understand them my friend.
Therefore, not only should you consider books as your true friend, but also introspect what you are reading and when you are studying. Just like if you wake up in the morning, whoever you consider to be your role modal, if you read even a page of his book, then he will surely guide you in fighting many situations throughout the day. And while if you wake up in the morning and read the newspaper immediately, we all know that negative situations only lead to interesting news and they are mostly served in front of us in the form of spicy dishes like Corona News, the most vivid topic right now. And while your high energy in the morning decreases, how can you remain positive throughout the day and its effect on your whole day’s activity and today’s effect on tomorrow. So just think how an activity of such a small morning can affect your present and future. I have explained it to you through a story also in the video because “the illustration is the rendering of the principle.”
This introspection has to be kept on the environment around you as well, what kind of people you live with all day, see and hear them or are you violating your morality in the name of entertainment. What is appropriate and what is not acceptable from the environment around us, we must filter it on the basis of our knowledge and prudence so that the waste of waste is not gathered somewhere in our mind. I have also explained this by giving a quote in the video.
I hope that you have understood well how spirituality is connected to us. Life is young today, it has power, today it should be stubborn to understand it and not to laugh, but only when it gets old, becomes disreputable. Even if you understand then the time will not come back and you will not be able to make life back young.
Therefore, join the spirit today, understand it and adopt it. This is also the need of hour.