श्रृंगार या….?
वैसे तो दूर – सुदूर स्थापित देवस्थानों तक जाना मेरा possible नहीं होता है परन्तु संचार माध्यमों से २ तरह की खबरें जरूर सुनती – देखती रहती हूँ | उन्ही में से एक बात है जो मुझे अंदर तक उद्वेलित करती है और वह है प्राचीन सिद्ध देव स्थानों पर देवताओं की मूर्तियों पर लगातार …